Top suraksha upay Secrets

यह बहुत ही डरावना होता है, जो आपको बुरी तरह से डरा देता है.

डरावना सपना देखना कोई बीमारी नहीं है, लेकिन जब यह बार-बार हो, दिनभर काम करने की क्षमता कम करे, दिमाग में उसकी यादें बनी रहें या व्यक्ति सोने से ही डरने लगे, तब इसे नाइटमेयर डिसऑर्डर माना जाता है. ऐसे लोगों में अक्सर थकान, चिड़चिड़ापन, ध्यान की कमी, याददाश्त में कमी और बुरे सपनों का लगातार डर देखने को मिलता है. बच्चों में यह समस्या होने पर माता-पिता की नींद भी प्रभावित होती है.

खास बात ये भी है कि बड़े भी इस तरह का सपना देखते हैं.

स्लीप शेड्यूल बनाएं: हर दिन एक ही समय पर बिस्तर पर जाएं और सुबह एक ही समय पर जागें, वीकेंड पर भी ऐसा ही करें। इस प्रकार आपको अच्छी और गहरी नींद प्राप्त करने में मदद मिलती है और आपको बुरे सपने नहीं आते।

सोने से पहले डरावनी फिल्में, क्राइम शो या नेगेटिव न्यूज देखना हमारे दिमाग पर सीधा असर डालता है। जब आप सोने से ठीक पहले ऐसे दृश्य देखते हैं, तो अवचेतन मस्तिष्क उन चित्रों को पकड़कर रात को दोबारा प्ले करता है, नतीजतन डरावने सपने आते हैं। इसलिए कहा जाता है कि सोने से पहले पॉजिटिव कंटेंट देखना या सुनना फायदेमंद होता है।

Subkuz.com is the 1st on this planet to publish regional material in all main metropolitan areas in the world. it is entire world initially multicity portal now live with 151 metropolitan areas. subkuz.com supplies information of your local city in Hindi with Indian and globe news.

हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं: अपनी दिनचर्या में अच्छे आहार और व्यायाम को शामिल करें। इससे आपके दिल और मानसिक स्थिति दोनों को फायदा होगा।

साहसी बच्चा और डूबता कुत्ता: प्रेरक कहानी

नींद का ध्यान रखें: check here दवाइयों के साथ-साथ अपनी नींद का ध्यान रखना भी जरूरी है। सुनिश्चित करें कि आप पूरी नींद ले रहे हैं, जिससे दवाओं का असर कम हो सके और आप बेहतर महसूस करें।

इस मानसून में काढ़ा क्यों है सबसे असरदार इम्युनिटी बूस्टर ड्रिंक? जानिए बॉडी में कैसे करता है ये काम

अच्‍छी नींद चाहते हैं और बुरे सपनों से बचना चाहते हैं तो आपको हफ्ते में कम से कम तीन द‍िन कसरत करनी ही चाह‍िए

बुरे सपने ज्‍यादातर आधी रात के समय आते हैं,इनका कोई फ‍िक्‍स समय नहीं होता ये एक से ज्‍यादा बार भी आ सकते हैं 

Nicely, the most liked aspects from the show ended up Anupamaa and Anuj Kapadia’s really like Tale, Anupamaa’s sturdy dialogues on Gals’s independence and freedom as well as highlighting issues and mentioning the importance of possessing robust unity in interactions and in the household likewise.

मानसिक तनाव और डिप्रेशन – बुरे सपनों की बड़ी वजह

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *